दुकान में रेड मारने के पहले ग्राहक बन कर पहुंचे परीक्षा प्रभारी, पहले किए मोलभाव फिर मांगा बिल नहीं दिए तो मार दी रेड
बुधवार को जिला प्रशासन और स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने विवि मार्ग में संचालित आजाद बुक हाउस में रेड मार दी। रेड के पहले दुकान में अधिकारी ग्राहक बन कर पहुंचे। जब शिकायत पुख्ता हुई तो रेड मारी गई। एनसीईआरटी 9वीं की किताबें जब्त की गई हैं। यह किताबें असली हैं या नकली। इसकी जांच की जा रही है। दुकानदार ने मौके पर एनसीईआरटी की किताबें क्रय करने संबंधी अभिलेख प्रस्तुत नहीं किए। किसी तरह का सहयोग भी जांच में नहीं किया। इस पर सहायक संचालक ने नोटिस भी जारी किया है। तीन दिन में जवाब मांगा गया है।

एनसीईआरटी के नकली किताबों के बिक्री की आशंका, किताबों की जांच जारी
कई गुना महंगी दर पर बेची जा रही थी एनसीईआरटी की किताब, प्रिंट की कराई जा रही जांच
रीवा। आपको बता दें कि स्कलू शिक्षा विभाग को एक शिकायसत मिली थी कि आजाद बुक हाउस में एनसीईआरटी की किताबें दोगुनी से तीन गुनी कीमत में दी जा रही हैं। शिकायत मिलने के बाद जिला प्रशासन और स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने रेड मारने की योजना बनाई। पहले परीक्षा प्रभारी द्रोणाचार्य पाण्डेय दुकान में ग्राहक बन कर गए। उन्होंने 9वीं की मैथ व अन्य विषयों की किताबें खरीदी। फिर दुकानदार से बिल मांगा। दुकानदार ने बिल देने से इंकार कर दिया और साथ ही कहा कि लेना है तो इसी कंडीशन में लो वर्ना मत लो। इसी पर मामला संदेह में आ गया। इसके बाद पूरी टीम ने ही दुकान पर रेड मार दी। एनसीईआरटी की किताबें खरीदने संबंधी बिल भी मांगा गया। दुकानदार उपलब्ध नहीं करा पाया। किसी तरह से दुकानदार ने सहयोग नहीं किया। कोई भी अभिलेख उपलब्ध नहीं कराए। टीम किताबें जब्त कर लौट गई। स्कूल शिक्षा विभाग से सहायक संचालक राजेश मिश्रा ने संचालक को नोटिस जारी किया है। तीन दिन में मामले में जवाब मांगा है। इस कार्रवाई के दौरान नायब तहसीलदार यतीश शुक्ला भी मौजूद रहे।
बिल नहीं दिखा पाया दुकानदार
कार्रवाई के दौरान अधिकारियों ने दुकानदार से एनसीईआरटी की किताबें खरीदने का बिल मांगा। इस पर दुकानदार ने बिल देने से इंकार कर दिया। दुकानदार ने कहा कि आपको लेना है तो ले जाइए बिल नहीं दिया जाएगा। खरीदी गई किताब पर रेट प्रिंट भी अधिक का मिला है। अब किताबों को जब्त कर मामले की जांच की जा रही है। किताब असली है या नकली इसकी जांच जारी है।
कहीं पायरेटेड किताबें तो नहीं बिक रहीं?
आजाद बुक हाउस में मिली शिकायत के बाद ऐसा अंदेशा जताया जा रहा है कि अधिक मुनाफा कमाने के चक्कर में दुकानदार पायरेटेड बुक ला रहे हैं। इसके प्रिंटिंग आदि की जांच कराई जाएगी। ऐसा भी संभव है कि दुकानदार जो एनसीईआरटी की बाहर से किताबें खरीद कर ला रहा हो वह वास्तिक न हो। यही वजह है कि इनमें प्रिंट रेट भी अधिक है और महंगी कीमतों पर बेची भी जा रही हैं।
नोटिस का मांगा गया है संचालक से जवाब
सहायक संचालक ने आजाद बुक हाउस को नोटिस जारी किया है। नोटिस में स्पष्ट किया गय ाहै कि जांच के दौरान संचालक ने किसी तरह का सहयोग नहीं किया। संचालक भी निरीक्ष्ण क ेदौरान मौजूद नहीं हुए। एनसीईआरटी की पुस्तक क्रय करने का बिल बाउचर नहीं दिखाया गया। दुकान में एनसीईआरटी की किताबो की रेट लिस्ट, गोसवारा भी संधारित नहीं पाया गया। दुकान संचालक को नोटिस जारी कर तीन दिन में जवाब मांगा गया है।